कबाड़ से जुगाड़

प्रयागराज। नगर निगम ने अटल बिहारी वाजपेई नगर स्थित सेंट जोसेफ स्कूल में 6 यूपी बटालियन एनसीसी कैडेट्स हेतु  स्वच्छ सारथी क्लब ने वेस्ट टू आर्ट यानी कबाड़ से जुगाड कार्यशाला कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही नगर निगम की सहायक नगर आयुक्त दीपशिखा पांडे ने कहा कि कबाड़ से जुगाड़ एक ऐसी विधि है। जिसे हम ज़िन्दगी के हर क्षेत्र में उपयोग में ला सकते हैं। इस तकनीक का उपयोग हम उन चीजों को दोबारा उपयोग में लाने के लिए करते हैं। जिन्हें बेकार समझा जाता है। यह जुगाड़ तकनीक हमें अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बहुत से संभावना प्रदान करती है। आने वाले कुंभ 2025 में हमारा प्रयागराज शहर पूरी दुनिया को स्वच्छता का संदेश देगा। ऐसे में हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाएं। उन्होंने एनसीसी कैडेट के साथ अपने आगामी कार्यक्रमों को भी साझा करते हुए स्वच्छता में कदम से कदम मिलाने का आग्रह किया।

कार्यशाला की शुरुआत नगर निगम आई.ई.सी. प्रमुख कृष्ण कुमार मौर्य ने नीलकंठ ग्रुप के कूड़े गाड़ी को मॉडल बनाकर फायदे बताया कि यह कूड़ा किन-किन चरणों से गुजरते हुए सुख कूड़ा सामान में बदलता है और गीला कूड़ा खाद में बदलता है। इस कार्यक्रम में नगर निगम प्रयागराज की ओर से स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर इंजीनियर संजीव त्रिपाठी और अर्चना त्रिपाठी ने सिंगल यूज प्लास्टिक के बारे में विस्तार पूर्वक बताया उन्होंने कहा की हम जो पानी की प्लास्टिक बोतल इस्तेमाल करते है उस पर नीचे एक त्रिकोण बना होता है जिस पर कुछ नंबर लिखे होते है

इन नंबरों का मतलब जानिए
अगर आपके प्लास्टिक के बोतल पर #3 या #7 नंबर लिखा है तो इसका मतलब है कि इस प्लास्टिक में हानिकारक तत्व जैसे बीपीए मिला हुआ है. जब आप ध्यान से देखेंगे तो आपको डिब्बे के पीछे तिकोने आकार में एक नंबर लिखा दिखेगा. आपको खरीदते वक्त इसी नंबर को देखना और जानना है. अगर आपके प्लास्टिक बोतल के पीछे #1 नंबर लिखा है तो इसका मतलब होता है कि आप इस कंटेनर को सिर्फ एक बार ही इस्तेमाल कर सकते हैं। वहीं अगर आप बार-बार इस्तेमाल करने वाले बोतल को खरीदना चाह रहे हैं तो आप देख लें कि बोतल के पीछे #2, #4, #5 की संख्या है या नहीं. दरअसल, इस नंबर वाले प्लास्टिक के बोतल को आप रीयूज कर सकते हैं. इन्हें सुरक्षित माना जाता है. वहीं अगर प्लास्टिक के बोतल पर #3, #6, #7 नंबर लिखा है तो आपको इस तरह के डिब्बों को इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। कार्यक्रम के दूसरे चरण में सृष्टि वेस्ट मैनेजमेंट सर्विस की ओर से राहुल नागर और अशोक पटेल ने एनसीसी कैडेट के साथ प्लॉग रन का आयोजन किया गया। जिसमें एनसीसी कैडेट्स को एक टास्क दिया गया 30 मिनट के अंदर पूरे कैंपस से सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर आना है और उसको कबाड़ से जुगाड़ के तकनीकी के माध्यम से उसे उपयोगी सामानों में बदलेंगे। एनसीसी कैडेट्स ने 5 मिनट के पहले ही कैंपस सारे सिंगल यूज प्लास्टिक को बटोर लिया और हमारे प्रशिक्षक के उस सिंगल यूज प्लास्टिक को उपयोगी सामानों में बदल दिए और इस तरह कबाड़ से जुगाड़ तकनीकी स्वच्छता में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। इसी कार्यशाला के अंत में कार्यशाला प्रशिक्षक कृष्ण कुमार मौर्य द्वारा निर्देशित और एनसीसी कैडेट द्वारा अभिनीत एक स्वच्छता पर आधारित नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। कार्यशाला के दौरान ही तैयार किया गया यह नुक्कड़ नाटक स्वच्छ का बड़ा संदेश दे गया। एनसीसी कैडेट्स ने अपने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से मोहल्ले में होने वाले गंदगी को बहुत ही मनोरंजन ढंग से सभी के समक्ष रखा और उसके निवारण की बात भी की।इसके उपरांत एनसीसी कैडेट्स की लीडर अंशु मिश्रा द्वारा सभी को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई। कैंप कमांडर कर्नल प्रवीण कुमार एस, डिप्टी कैंप कमांडर मेजर फराह जी, सेंट जोसेफ स्कूल के प्रधानाचार्य फादर जोसेफ सहायनाथन, निगम की ओर से ऋषिकांत यादव, रजत जाटव, मानसी केसरवानी उपस्थित रहे।

Related posts

Leave a Comment