- राम मंदिर पर आयोजित भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया
- श्री दत्तात्रेय सेवा समिति सिद्ध बाबा मौज गिरि मंदिर आश्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ परिक्रमा का हुआ समापन
प्रयागराज। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज की अध्यक्षता व नेतृत्व में आयोजित पंचकोसी परिक्रमा के अंतिम दिन सोमवार शोभाण्यात्रा निकाली गई। शोभा-यात्रा का स्वागत करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड उमड पडी। शोभा-यात्रा संगम स्नान-पूजन से शुरू हुई। इस अवसर पर श्री काशी सुमेरु पीठाधीश्वर अनन्त श्री विभूषित जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्र नन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि पंचकोसी परिक्रमा में शामिल होने का सौभाग्य उन लोगों को ही मिलता है, जिन पर स्वयं भगवान की कृपा होती है। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने कहा कि पंचकोसी परिक्रमा लोगों में आध्यात्मिक चेतना जगाने का कार्य कर रही है। देश ही नहीं विश्व भर के श्रद्धालु इसमें शामिल होकर धर्म लाभ कमाते हैं। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद, निरंजनी अखाड़ा के सचिव और मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि पंचकोसी परिक्रमा करने से जीवन सफल हो जाता है। परिक्रमा लगाने से भगवान की प्राप्ति होती है। हिमालय पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर वीरेंद्रानंद गिरि महाराज ने कहा कि पंचकोसी परिक्रमा देश की एकता का संगम है। परिक्रमा में शामिल देशवासी इसमें शामिल होकर एक हो जाते हैं। महामंडलेश्वर मोहिना नंद महाराज ने कहा कि पंचकोसी परिक्रमा में शामिल होने से वह शांति व आनंद मिलता है, जिसकी तलाश में मनुष्य इधर.उधर भटकता रहता है। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज ने कहा कि पंचकोसी परिक्रमा देश की प्राचीन व गौरवशाली संस्कृति की अमूल्य धरोहर है। श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि 5 दिन की पंचकोसी परिक्रमा में शामिल होने के लिए देश भर से लाखों श्रद्धालु आए। यह परिक्रमा जन्मण्मरण के बंधन से मुक्त करने वाली परिक्रमा है। सच्चे मन से संगम स्नान-पूजन के बाद इस परिक्रमा को लगाने मात्र से हर प्रकार कष्ट व बंधन से मुक्ति मिलती है और जीवन आनंद से भर जाता है। संगम स्नान व पूजन के पश्चात् कलश में गंगा जल लेकर शोभाण्यात्रा निकाली गई। शोभाण-यात्रा दोपहर को राम मंदिर पहुंची, जहां उसका भव्य स्वागत किया गया। शोभा.यात्रा में शामिल संतों व श्रद्धालुओं के अलावा माघ मेले के डीआईजी राजीव नारायण मिश्रा ने भी पत्नी समेत भगवान राम व माता सीता की पूजा-अर्चना व आरती की। उसके बाद भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। शोभा.यात्रा राम मंदिर के बाद विभिन्न मार्गो से होते हुए महर्षि भरद्वाज आश्रम पहुंची, जहां महर्षि भरद्वाज का जलाभिषेक किया गया। महापौर गणेश केसरवानी, दिलीप गोस्वामी अभय गोस्वामी नीलू गोस्वामी केपी गिरी गोस्वामी दिलीप गिरी गोस्वामी ने शोभा.यात्रा का स्वागत किया और संतों का अभिनंदन कर उनका आशीर्वाद लिया। शाम को श्री दत्तात्रेय सेवा समिति सिद्ध बाबा मौज गिरि मंदिर आश्रम जूना अखाडा यमुना बैंक रोड, संगम तट पर आयोजित शिविर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बाद और महाप्रसाद में हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। माघ मेले के प्रबंधक विवेक चतुर्वेदीए चंद्रिका प्रसाद त्रिपाठी दयानंद ने सभी का स्वागत किया। सूरत गुजरात से पधारी लक्ष्मी माई ने सफाई कर्मचारियों को 550 साडियों का वितरण किया। इसी के साथ पांच दिवसीय प्रयाग की पंचकोसी परिक्रमा का समापन हो गया। महंत पवननंद गिरी महाराज, थानापति महंत आदित्य गिरी महाराज, प्रवीण गिरी महाराज, महंत बलवंत गिरी हरियाणा महाराज, सचिव स्वामी बृजभूषणानन्द सरस्वती महाराज, सलाहकार मुन्नी लाल पांडे, साध्वी महंत कैलाश गिरि श्मशानवासिनी गाजियाबाद, हाईकोर्ट की विशेष बैंच की जज मंजू रानी चौहान , उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सदस्य कल्पराज सिंह, हाइ्रकोर्ट के सीनियर एडवोकेट प्रदीप कुमार, सीनियर एडवोकेट देशरतन चौधरी, सीनियर एडवोकेट अमित कुमार सिंह, प्रदीप कुमार वरिष्ठ पत्रकार पी एन द्विवेदी, माघ मेला कैंप दत्तात्रेय सेवा समिति संगम अक्षय वट रोड आयोजक धीरेंद्र कुमार द्विवेदी, आदि संगम स्नान-पूजन, शोभा-यात्रा व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल रहे।